Saturday, August 18, 2012

Hijli Detention Camp!!!













लोग कहते हैं, जहाँ आज तू है,
पहले डिटेंशन कैंप हुआ करता था कोई!
बॉस! इस कंट्रास्ट पे,
ज्यादा इतराने की ज़रूरत नहीं है,
तेरे आने से भी,
सीन कुछ खास नहीं बदला है
देख ना,
कबका तो छोड़ आया हूँ तुझे
पर तू है के छोड़ता ही नहीं,
जैसे डिटेन कर रखा हो अब तक ! :)

2 comments:

Shalabh said...

If I am getting it correct then its a beautiful thought.

अभिनव said...

@Shalabh... thanks :).. and I hope you have got it correct... this one is for my Alma-mater, and only beautiful thoughts can come when one thinks about it :)